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र.प्र.के. केरिपुबल श्रीनगर अस्थाई रूप से अपने पिछले स्थान यानी हुमामा से जम्मू एवं कश्मीर (केन्द्र शासित प्रदेश) के पुलवामा जिले में स्थित लेथपोरा में स्थानांतरित हुआ है। पुलवामा जिला सुंदर घाटी का एक हिस्सा होने के कारण उत्तर में श्रीनगर, पश्चिम में बड़गाम और पुंछ जिला तथा दक्षिण और पूर्व में अनंतनाग जिले से घिरा हुआ है। जिले का गठन 1979 में अनंतनाग की तीन तहसीलों जिसमें पुलवामा, शोपियां तथा तराल को अलग करके किया गया। इस जिले को प्रशासनिक रूप से चार तहसीलों जिसमें पुलवामा, पंपोर, अवंतीपोरा तथा तराल में विभाजित किया गया है।
र.प्र.के. हुमामा श्रीनगर के.रि.पु.बल को 01 अप्रैल 1990 को स्वीकार किया गया था तथा दिनांक 07 जुलाई 1992 से अवंतीपोरा में कार्य शुरू किया गया था। र.प्र.के. श्रीनगर को दिनांक 29 मार्च 1994 को अवंतीपोरा से हुमामा में तथा हुमामा से 07/10/2022 को लेथपोरा में अस्थायी रूप से स्थानांतरित किया गया। यह संस्थान पुलवामा जिले में एक विशाल एवं सुरम्य परिसर में स्थित है तथा इस स्थान पर अपनी स्थापना के उपरान्त बहुत ही कम समय के भीतर संस्थानने उपलब्धियों के साथ प्रशिक्षण के उद्देश्यों को पार कर दिया है।
श्रीनगर इस संस्थान का निकटतम शहर है जोकि जम्मू एवं कश्मीर के भारतीय केन्द्र शासित प्रदेश का सबसे बडा शहर और ग्रीष्मकालीन राजधानी है। यह कश्मीर घाटी में स्थित है और झेलम नदी, सिंधु नदी की एक सहायक नदी, डल और अंचर झीलों के तट पर स्थित है। यह शहर अपने प्राकृतिक वातावरण, बगीचों, झीलों वाटरफ्रंटस और हाउसबोट के लिए जाना जाता है। यह पारंपरिक कश्मीरी हस्तशिल्प और सूखे मेवों के लिए भी जाना जाता है। यह 01 मिलियन निवासियों से अधिक के साथ भारत का सबसे उत्तरी शहर है।
लेथपोरा पुलवामा जिले के पंपोर तहसील में स्थित है। जम्मू से श्रीनगर के लिए राष्ट्रीय राजमार्ग से गांव से होकर रास्ता जाता है। यह संस्थान जम्मू एवं कश्मीर की ग्रीष्मकालीन राजधानी श्रीनगर से 21 किलोमीटर है तथा शेख-उल-आलम अंतर्राष्ट्रीय हवाई अड्डा से 32 किलोमीटर दूर स्थित है। यहाँ रेलगाड़ी से पहुँचने के लिए जम्मू तवी तथा उधमपुर रेलवे स्टेशन तक पहुंचा जा सकता है। जम्मू से श्रीनगर की कुल दूरी लगभग 320 किलोमीटर है। बस या कार से श्रीनगर पहुंचने के लिए 8-10 घण्टे का समय लगता है। यह श्रेत्र उग्रवाद तथा आतंकवाद से ग्रसित होने के कारण सभी कार्मिक कॉन्वाई से लेथपोरा कैम्प तक पहुंचते हैं।
खेल
इस संस्थान में इनडोर तथा आउटडोर खेलों की सुविधा उपलब्ध है। जिनमें हॉकी, फुटबॉल, बास्केट बॉल, बैडमिंटन, टेनिस और बिलियर्डस, कैरम, शतरंज, टेबल टेनिस जैसे इन्डोर खेल शामिल हैं। इस संस्थान में प्रशिक्षुओ तथा पदस्थ जवानों के लिए सही प्रकार से सुसज्जित व्यायामशाला भी स्थित हैं।
प्रशिक्षण
यह प्रशिक्षण केन्द्र के.रि.पु.बल के प्रतिष्ठित प्रशिक्षण केन्द्रों में से एक है। यह संस्थान वर्ष 1992 से भर्ती के लिए बुनियादी प्रशिक्षण प्रदान कराता रहा है तथा अब तक इस बल के 24,227 जवानों को प्रशिक्षित कर चुका है। यह संस्थान जवानों मे शारिरिक/सामरिक दक्षता में सुधार करने के लिए प्री-इन्डक्शन ड्रेनिंग भी प्रदान करता है।
यह संस्थान एम.एस.एल. के 1800 मीटर ऊपर स्थित है तथा यहां का अधिकतम तापमान 35 डिग्री सेल्सियस तथा न्यूनतम तापमान -5 डिग्री सेल्सियस है । यह संस्थान जम्मू एवं कश्मीर पुलिस के कमांडो ट्रेनिंग सेन्टर से सटा हुआ है ।
इस क्षेत्र की सामान्य स्थलाकृति पहाड़ी तथा मैदानी दोनों हैं । ऊँचें हिमाच्छादित शक्तिशाली हिमालय पर्वतश्रृंख्लाओं के बीच तथा नीले आसमान के बादलों के नीचे सुरक्षित रूप से स्थित है तथा पुलवामा जिला विश्व के प्रसिद्ध केसर की खेती के लिए भी जाना जाता है।
इस क्षेत्र मे अल्पाईन वनस्पति पायी जाती है जबकि थोडे निचले क्षेत्रों में उपोष्ण कटिबंधनीय वनस्पति पायी जाती है। अप्रैल से जून के महीनों के दौरान इस क्षेत्र में विभिन्न प्रकार के बारहमासी और वार्षिक फूल देखनें को मिल सकते हैं। अनुकूल जलवायु परिस्थितियों और आवश्यक मिट्टी की उपलब्धता के कारण यहां विभिन्न प्रकार की औषधीय जड़ी-बूटियों और झाडियां पायी जाती है। इस क्षेत्र में चिनार, विलो, स्लिवर ओक, सेब, खुबानी, अखरोट, चेरी तथा नाशपाती जैसे पेड़ भी पाये जाते हैं। पर्वतीय ढ़ालों पर रंग-बिरंगे फूल बहुतायत मात्रा में देखने को मिल जाते हैं तथा श्रीनगर के जलाशयों में अनेकों प्रकार की जल-कुमुदियां भी पायी जाती है।
अधिकारियों/प्रशिक्षकों की प्रोफाईल (रूपरेखा)
इस संस्थान में श्री सूरज पाल वर्मा, कमाण्डेंट/मुख्य प्रशिक्षण अधिकारी, जोकि एक बहतरीन, प्रशंसनीय, आत्मविश्वासी, प्रतिबद्ध, सकारात्मक सोच और उत्तरदायी अधिकारी हैं। उनके अन्तर्गत आने वाले अन्य पर्यवेक्षण अधिकारी और प्रशिक्षक भी सकारात्मक सोच आत्मविश्वासी हैं। रंगरूट प्रशिक्षण केन्द्र, श्रीनगर की अधिकारी/प्रशिक्षकों की टीम श्री राजेश कुमार, उप महानिरीक्षक/प्राचार्य के अधीन कार्य करती है जोकि निर्णय लेने की क्षमता, प्रबंधकीय क्षमता तथा विशिष्ठ उत्साह से परिपूर्ण हैं।
क्र.सं. | पद | प्राधिकृत | उपलब्ध |
---|---|---|---|
उप महानिरीक्षक/प्राचार्य | 01 | 01 | |
कमाण्डेंट | 01 | 01 | |
उप कमाण्डेंट | 03 | 03 | |
सहायक कमाण्डेंट | 03 | 03 | |
निरीक्षक/जीडी | 10 | 06 | |
उप निरी0/जीडी | 32 | 04 | |
सउनि0/जीडी (उप निरी0/जीडी के स्थान पर) | 00 | 18 | |
हव0/जीडी | 187 | 86 | |
सि0/जीडी | 28 | 11 | |
कुल योग | 266 | 133 |
इस संस्थान में पदस्थ सभी अधिकारी/प्रशिक्षक अपने क्षेत्र में दक्ष हैं। सभी अधिकारी/प्रशिक्षक इन्डोर, हथियार, मेप रीडिंग, शारिरिक प्रशिक्षण, ड्रिल, फायरिंग और विभिन्न प्रकार के परिचालन अभ्यासों के साथ-साथ सभी विषयों से संबंधित नवनियुक्त सिपाहियों की बेसिक प्रशिक्षण तथा प्री-इन्डक्शन प्रशिक्षण दिलाने में प्रवीणता प्राप्त हैं।
सी.टी.ओ./कमाण्डेंट : श्री सूरज पाल वर्मा
कार्यालय उप महानिरीक्षक/प्राचार्य, रं.प्र.के., के.रि.पु.बल लेथपोरा, जिला पुलवामा, जम्मू एवं कश्मीर, पिन कोड-192122
0951118063 (फैक्स/नियंत्रण कक्ष)
rtcfour[at]crpf[dot]gov[dot]in
रंगरूट प्रशिक्षण केन्द्र श्रीनगर बुनियादी प्रशिक्षण के साथ-साथ कश्मीर परिचालन सेक्टर के अन्तर्गत आने वाली केरिपुबल की बटालियों के कार्मिकों को प्री-इन्डक्शन ट्रेनिंग भी प्रदान करता है :
क्र.सं. | कोर्स का नाम | प्रशिक्षण/ कोर्स की अवधि | पाठ्यक्रमों की सूची | निर्देश |
---|---|---|---|---|
01 | प्री-इन्डक्शन ट्रेनिंग | 04 सप्ताह | महानिरीक्षक के.ओ.एस. द्वारा उपलब्ध कराने के उपरान्त | परिशिष्ठ-क के अनुसार |
र.प्र.के. श्रीनगर में प्री-इन्डक्शन ट्रेनिंग में शामिल होने हेतु दिशा-निर्देश
रंगरूट प्रशिक्षण केन्द्र के.रि.पु.बल श्रीनगर के फोटोग्राफ
र.प्र.के. श्रीनगर हुमामा के.रि.पु.बल को 01 अप्रैल 1990 को स्वीकार किया गया था तथा दिनांक 07 जुलाई 1992 से अवंतीपोरा में कार्य शुरू किया गया था। र.प्र.के. श्रीनगर को दिनांक 29 मार्च 1994 को अवंतीपोरा से हुमामा किया गया। यह संस्थान बड़गाम जिले के एक विशाल और सुरम्य परिसर में स्थित । इस स्थान पर अपनी स्थापना के बाद से बहुत ही कम समय के अन्दर संस्थान ने उपलब्धियों के साथ साल-दर-साल प्रशिक्षण के उद्देश्यों को पार कर लिया है।
यह कैम्प बड़गाम जिले के हुमामा में स्थित है। यह कैम्प श्रीनगर शहर से 07 किलोमीटर तथा श्रीनगर अन्तराष्ट्रीय हवाई अड्डे से 04 किलोमीटर की दूरी पर स्थित है तथा सीमा सुरक्षा बल (बी.एस.एफ.) के फ्रंटियर मुख्यालय/एस.टी.सी. से लगा हुआ है। यह कैम्प एम.एस.एल. के 1800 मीटर ऊपर स्थित है तथा यहां का अधिकतम तापमान 35C तथा न्यूनतम तापमान -5 Cहै।
सी.टी.ओ./कमाण्डेंट : श्री सूरज पाल वर्मा
कार्यालय उप महानिरीक्षक/प्राचार्य, रं.प्र.के., के.रि.पु.बल लेथपोरा, जिला पुलवामा, जम्मू एवं कश्मीर, पिन कोड-192122
0951118063 (फैक्स/नियंत्रण कक्ष)
rtcfoursrinagar[at]gmail[dot]com
प्री-इन्डक्शन प्रशिक्षण का उद्देश्य भर्ती पूर्व घाटी में विभिन्न प्रकार की ड्यूटियों जैसे कानून व्यवस्था बनाये रखना तथा उग्रवाद जैसी चुनौतियों से निपटने के लिए बल के कार्मिकों को कुशल बनाने तथा उनके शारिरिक/मानसिक/सामरिक दक्षता में सुधार करना है।
04 सप्ताह
500-600
ऐसे कार्मिक जोकि हाल ही में घाटी में स्थित बटालियनों में पदस्थ हुए हैं तथा जोकि शारिरिक/मानसिक रूप से स्वस्थ्य हैं तथा जिनकी चिकित्सा श्रेणी शेप-एक है।
कोर्स में भाग लेने हेतु इस संस्थान में 02 दिन पूर्व रिपोर्ट करना आवश्यक है।
सभी प्रशिक्षुओं का अनुशासन उच्च श्रेणी का होना चाहिए तथा प्रशिक्षुओं को इस संस्थान के आदेश/कानून मानने चाहिए। मदीरा का सेवन तथा रूपये का लेनदेन सख्त मना है। किसी भी प्रकार की अनुशासनहीनता होने की स्थिति में सख्त कार्रवाई की जाएगी तथा संबंधित कार्मिक को उसकी बटालियन में वापस लौटा दिया जाएगा। प्रशिक्षुओं को अधिकारियों, अधीनस्थ अधिकारियों तथा अन्य रैंक कार्मिकों के निवास स्थान पर जाने पर पाबंदी है।
प्रशिक्षुओं के लिए इस संस्थान में बैरकें बनाई गई हैं तथा बिजली/सेनेटरी जैसे किसी भी प्रकार की क्षति होने पर नियमानुसार भुगतान करने के उत्तरदायी है।
सभी प्रशिक्षु संबंधित मैस में ही खाने खाएंगे तथा मैस से बाहर खाना बनाना निषेध है।
कैम्प परिसर में भारतीय स्टेट बैंक का ए.टी.एम. उपलब्ध है।
इस संस्थान में केन्द्रीय पुलिस कल्याण भण्डार, सहकारी उपभोक्ता दुकान, वेट कैन्टीन हैं जिनमें कई प्रकार की मिठाईयां, कॉफी, चाय, दूध इत्यादि उपलब्ध रहता है तथा प्रतिदिन की आवश्यताओं के अनुसार कैम्प परिसर के अन्दर सिविल दुकानें भी उपलब्ध हैं।
किसी भी प्रशिक्षु को प्रशिक्षण के दौरान परिवार रखने की अनुमति नहीं है। यदि कोई प्रशिक्षु अपने साथ परिवार रखने हेतु लाता है तो उसे कोर्स/ट्रेनिंग में नहीं लिया जाएगा।
कैम्प परिसर में प्रशिक्षुओं के प्राथमिक उपचार हेतु अस्पताल है जिसमें चिकित्सा अधिकारी तथा अन्य पैरा मेडिकल स्टाफ उपस्थित रहते हैं। आपातकालीन स्थिति में नजदीकी बी.एस.एफ. अस्पताल है जोकि इस कैम्प से सटा हुआ है।
इस संस्थान के पुस्तकालय में विभिन्न विषयों पर लगभग 3500 किताबें उपलब्ध हैं तथा कई पत्रिकाओं की सदस्यता भी ली गई है। इसके अलावा प्रतिदिन हिंदी, अंग्रेजी तथा क्षेत्रीय भाषा के समाचार पत्र तथा पत्रिकाएं भी खरीदी जाती हैं जिन्हें पुस्तकालय तथा मनोरंजन कक्ष में रखा जाता है।
इस संस्थान में इनडोर तथा आउटडोर खेलों की सुविधा उपलब्ध है। जिनमें हॉकी, फुटबॉल, बास्केट बॉल, बैडमिंटन, टेनिस और बिलियर्डस, कैरम, शतरंज, टेबल टेनिस जैसे इन्डोर खेल शामिल हैं। इस संस्थान में प्रशिक्षुओ के लिए सही प्रकार से सुसज्जित व्यायामशाला भी स्थित हैं।
सभी प्रशिक्षार्थियों आवश्यक लेखन सामग्री /स्टेश्नरी प्रयाप्त मात्रा में साथ लेकर आयें
नोट
हथियारों और गोला-बारूद का विवरण परिशिष्ठ-बी के रूप में संलग्न है।
संबंधित रेंज/इकाईंया प्रशिक्षुओं के परिवहन की व्यवस्था स्वयं करेंगी।
कोर्स/प्रशिक्षण के दौरान आपातकालीन स्थिति के अलावा किसी भी कार्मिक को अवकाश स्वीकृत नहीं किया जाएगा।
प्रशिक्षुओं के पास निम्नलिखित दस्तावेज उपलब्ध होना अनिवार्य हैः
कोर्स की समाप्ति के उपरान्त सभी संबंधित कार्यालय/बटालियनों को कान्वाई के द्वारा प्रशिक्षुओं को संबंधित कार्यालय/बटालियन में ले जाने हेतु मैसेज के द्वारा सूचित किया जाएगा।