केंद्रीय रिजर्व पुलिस बल की आधिकारिक वेबसाइट में आपका स्वागत है
“ मेरे लिए त्रिपुरा सेक्टर जिसकी परिचालनिक उत्कृष्टता की एक समृद्ध विरासत है, की कमान संभालना गर्व की बात है। जून 1980 के दौरान राज्य में आदिवासी और गैर-आदिवासी लोगों के बीच बड़े पैमाने पर जातीय संघर्ष हुए, जिसके परिणामस्वरूप बड़े पैमाने पर हत्याएं हुई और संपत्ति का नुकसान हुआ। इस पृष्ठभूमि में, के.रि.पु. बल को शुरू में 1980 के उत्तरार्ध में राज्य में तैनात किया गया था। इसके बाद, बल के विस्तार और राज्य में विद्रोही गतिविधियों में वृद्धि होने पर, त्रिपुरा सेक्टर को वर्ष 1997 में परिचालन सेक्टर के रूप में स्थापित किया गया और बाद में वर्ष 2004 में अगरतला (त्रिपुरा) में इसके मुख्यालय के साथ पूर्ण प्रशासनिक सेक्टर में परिवर्तित कर दिया गया। के.रि.पु.बल ने सिविल पुलिस के साथ मिलकर त्रिपुरा में आतंकवाद विरोधी अभियानों में महत्वपूर्ण और निर्णायक भूमिका निभाई। के.रि.पु.बल के अधिकारियों और जवानों के बलिदान एवं प्रदर्शित उत्कृष्ट परिचालनिक नेतृत्व और लोगों के समर्थन के परिणामस्वरूप त्रिपुरा राज्य में सामान्य स्थिति बहाल हुई। समय के साथ, अठारह बटालियनो की बड़ी तैनाती से यह तैनाती वर्तमान में घटकर तीन बटालियन की रह गई है। वर्तमान में, त्रिपुरा सेक्टर, त्रिपुरा और मिजोरम में तैनात तीन बटालियनों पर परिचालनिक नियंत्रण और त्रिपुरा, मिजोरम तथा मणिपुर में तैनात पाँच बटालियनों के साथ-साथ एक रेंज व एक ग्रुप केन्द्र पर प्रशासनिक नियंत्रण रखता है। त्रिपुरा सेक्टर गरीबों और जरूरतमंदों की मदद करने में सदैव आगे रहा है। के.रि.पु. बल यूनिटें समय-समय पर नागरिकों को हर संभव सहायता प्रदान करती हैं। त्रिपुरा और मिजोरम राज्य के विभिन्न क्षेत्रों में सेक्टर द्वारा चलाए गए नागरिक कि्या-कलाप संबंधी कार्यक्रमों (सिविक एक्शन प्रोग्राम) ने वर्दी की मानवीय छवि को पेश करने में मदद की है और लोगों और बल के बीच की खाई को पाटने में सेतु का काम किया है। मन और मस्तिष्क पर विजय पाना किसी भी आतंकवाद विरोधी रणनीति का मूल मंत्र है। सभी को मेरी बधाई और शुभकामनाएँ। मुझे विश्वास है कि त्रिपुरा सेक्टर राष्ट्र की सेवा के प्रति स्वंय को समर्पित करता रहेगा और आंतरिक सुरक्षा की आसन्न चुनौतियों से निपटने के लिए अपना दृष्टिकोण विकसित करेगा”।
जय हिंद
विमल कुमार बिष्ट,आईजी
त्रिपुरा सेक्टर,के.रि.पु.बल