झारखंड क्षेत्र वर्ष 2011 में अस्तित्व में आया। तब से, यह झारखंड राज्य में वामपंथी उग्रवाद की समस्याओं से निपटने में सबसे अग्रणी रहा है । मैं 07 जुलाई 2022 को शामिल हुआ हूं और इस सेक्टर का नेतृत्व करना मेरे लिए बहुत गर्व और सौभाग्य की बात है। 04 रेंजों, 19 जीडी बटालियनों, 02 एलीट कोबरा बटालियन, 01 आरएएफ बटालियन,01 हथियार कार्यशाला, 01महिला कंपनी और वीआईपी सुरक्षा बटालियन के 01 कंपनी पर परिचालन क्षेत्राधिकार के साथ, झारखंड सेक्टर ने झारखंड राज्य में वामपंथी उग्रवाद को कम करने एवं क्षेत्र को सीमित करने में एक निर्णायक भूमिका निभाया है। रांची में स्थित सेक्टर मुख्यालय 02 रेंज, 02 ग्रुप केन्द्र, 01 कंपोजिट अस्पताल और 08 जीडी बटालियनों पर प्रशासनिक नियंत्रण रखता है, जो पूरे देश में विभिन्न चुनौतीपूर्ण अधिकार क्षेत्रों में तैनात हैं। हम नक्सल कमांडरों के खिलाफ लक्षित अभियानों को तेज करने के लिए झारखंड पुलिस के साथ निकट समन्वय में काम कर रहे हैं ताकि उनके नापाक मंसूबों पर अंकुश लगाया जा सके। बल के कार्मिकों की शिकायत निवारण मेरी सर्वोच्च प्राथमिकता होगी। सेक्टर,रेंज,ग्रुप केन्द्र और कंपोजिट अस्पताल द्वारा यह सुनिश्चित करने के लिए सभी प्रयास किए जाएंगे कि फील्ड में हमारे जवानों को कोई समस्या न हो और वे जमीन पर चुनौतियों से निपटने में मानसिक रूप से स्वतंत्र हो। श्री अमित कुमार, भा.पु.से महानिरीक्षक