अध्यक्ष महोदय का संदेश
केन्द्रीय रिजर्व पुलिस बल दुनिया के सबसे बड़े अर्धसैनिक बलों में से एक है। केन्द्रीय रिजर्व पुलिस के जवान उत्तर पूर्व में उग्रवाद, जम्मू-कश्मीर में आतंकवाद और छत्तीसगढ़, तेलंगाना, बिहार, झारखंड और ओडिशा में नक्सल खतरे से लड़ रहे हैं। केन्द्रीय रिजर्व पुलिस बल सांप्रदायिक उपद्रव को शांत कराने, प्राकृतिक आपदाओं के दौरान सहायता प्रदान करने और देश भर में स्वतंत्र व निष्पक्ष चुनाव कराने में भी सबसे आगे है। केन्द्रीय रिजर्व पुलिस बल ने न केवल देश के अंदर अपनी क्षमता साबित की है बल्कि विभिन्न संयुक्त राष्ट्र शांति मिशनों के तहत और श्रीलंका में आईपीकेएफ के एक हिस्से के रूप में विदेशों में तैनाती के दौरान अपनी सेवाएं सफलतापूर्वक प्रदान की हैं। केन्द्रीय रिजर्व पुलिस बल ने आजादी के बाद से देश की सीमाओं पर सभी युद्धों में अपनी सक्रिय भूमिका निभाई है।
ड्यूटी के दौरान, हमारे कई बहादुर जवानों ने सर्वोच्च बलिदान दिया है तथा कई बहादुर जवानों को गंभीर चोटें आई हैं और कुछ जवानों ने अपने अंगों को भी खोया है। एनसीडीई (राष्ट्रीय दिव्यांग सशक्तिकरण केंद्र) की स्थापना एक विजन और मिशन के साथ ऐसे ही जवानों को सहायता प्रदान करने के लिए की गई है। एनसीडीई में दिव्यांग योद्धाओं के लिए अत्याधुनिक और विशेष रूप से डिजाइन किए गए आवास उपलब्ध हैं। एनसीडीई में एक आधुनिक आईटी लैब, पूर्ण रूप से सुसज्जित प्रोस्थेटिस्ट केंद्र और आधुनिक पैरा स्पोर्ट्स सुविधाएं उपलब्ध कराई गई हैं। इस केंद्र पर प्रतिष्ठित संस्थानों जैसे बिट्स पिलानी और आईआईआईटी हैदराबाद के सहयोग से आईटी पाठ्यक्रम संचालित किए जाते हैं। एनसीडीई में दिव्यांग योद्धाओं की विशेष जरूरतों एवं उनकी देखभाल के लिए मनोवैज्ञानिक, प्रोस्थेटिस्ट, ऑर्थोटिस्ट, फिजियोथेरेपिस्ट और चिकित्सा अधिकारियों व पैरामेडिकल स्टाफ की एक टीम हमेशा उपलब्ध रहती है।
पैरा स्पोर्ट्स में प्रशिक्षण न केवल दिव्यांग योद्धाओं में आत्मविश्वास पैदा करता है बल्कि उन्हें विभिन्न राष्ट्रीय और अंतर्राष्ट्रीय पैरा स्पोर्ट्स आयोजनों के लिए भी तैयार करता है। अब तक एनसीडीई ने केन्द्रीय रिजर्व पुलिस बल और अन्य बलों के 71 दिव्यांग योद्धाओं के लिए कौशल विकास प्रशिक्षण के तीन बैच आयोजित किए हैं। इसके अलावा, दस दिव्यांग योद्धाओं को आईआईआईटी हैदराबाद के सहयोग से एडवांस प्रशिक्षण दिया गया है। अब तक छह दिव्यांग योद्धाओं ने पैरा स्पोर्ट्स स्पर्धाओं में भाग लिया है और इन्होंने छह-स्वर्ण, तीन-रजत और एक-कांस्य पदक जीते हैं। इसके अलावा, इस केंद्र में बीस दिव्यांग योद्धाओं को कृत्रिम व स्पोटर््स अंग उपलब्ध कराए गए हैं।
केन्द्रीय रिजर्व पुलिस बल अपने दिव्यांग योद्धाओं की जरूरतों का हर संभव ख्याल रख रहा है। यह जमीनी स्तर पर काम कर रहे जवानों का मनोबल बढ़ाने में काफी मदद करेगा। केन्द्रीय रिजर्व पुलिस बल के जवानों को आश्वस्त किया जाएगा कि सीआरपीएफ परिवार उनका मार्गदर्शन करने, उन्हें प्रशिक्षित करने और जरूरत के समय उनकी सहायता करने के लिए हमेशा उनके साथ खड़ा है।
मैं आने वाले वर्षों में एनसीडीई की सफलता की कामना करता हूं और आशा व्यक्त करता हूं कि एनसीडीई भविष्य में सफलता की नई ऊंचाइयों को छुएगा।
जय हिन्द!
अध्यक्ष एन.सी.डी.ई.